हाइलाइट्स
अटारी बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने की फिराक में 11 बांग्लादेशियों को पकड़ा.
सरहदी गांव के एक शख्स ने 25 हजार रुपये लेकर की थी मदद
अमृतसरः पंजाब के अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान में घुसने की कोशिश के दौरान बीएसएफ ने 11 बांग्लादेशियों को हिरासत में ले लिया, जिसमें 3 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं. ये बांग्लादेशी अटारी बॉर्डर पर बनी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) की ऊंची दीवार फांद कर बॉर्डर के करीब पहुंच गए थे और बीएसएफ की नजर से बचने व सही समय की तलाश में छिपे हुए थे. सीमा पार करने की कोशिश में एक सरहदी गांव के व्यक्ति ने साथ दिया और इसके बदले में 25 हजार रुपये भी लिए. इन 11 बांग्लादेशी लोगों में एक गर्भवती महिला भी थी, जिसका दीवार फांदते वक्त गर्भपात हो गया. महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ग्यारह बांग्लादेशी नागरिक अटारी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर उच्च सुरक्षा वाली एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) की मजबूत दीवार को सफलतापूर्वक पार कर गए और दो घंटे से अधिक समय तक वहां रुके रहे, लेकिन बाद में उन्हें पकड़ लिया गया. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, 11 बांग्लादेशी नागरिक, जो पाकिस्तान जाना चाहते थे. लेकिन उनके पास वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे. वे बुधवार को अमृतसर पहुंचे और झंडा उतारने के समारोह को देखने के लिए अटारी गए.
समारोह के बाद, उन्होंने सीमा पार करने की स्थिति का आकलन करने का प्रयास किया. हालाँकि, उनके संदिग्ध व्यवहार ने स्थानीय निवासी रणजीत सिंह (बदला हुआ नाम) का ध्यान खींचा.
रणजीत ने बांग्लादेशी नागरिकों से संपर्क किया और उनका विश्वास हासिल करने में कामयाब रहा. सूत्रों ने कहा, “उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा करने का अपना इरादा बताया. रंजीत ने उन्हें सहायता देने का आश्वासन दिया और प्रति व्यक्ति 25,000 रुपये की मांग की लेकिन उनके पास पर्याप्त धन की कमी थी। हालांकि, उन्होंने उसे इस समझ के साथ 25,000 रुपये दिए कि पाकिस्तान पहुंचने पर, वे अपने रिश्तेदारों के लिए उसके खाते में पैसे स्थानांतरित करने की व्यवस्था करेंगे.’
सूत्रों ने बताया कि रात 8 बजे से 11:30 बजे तक रंजीत उन्हें खाई सह बांध के पास खाली पड़े सेना के बंकरों में छिपा दिया. रात करीब 11:30 बजे, उसने उन्हें रोरनवाला गांव की ओर से आईसीपी की ओर निर्देशित किया. सूत्रों ने आगे बताया कि रंजीत ने एक तार कटर की व्यवस्था की थी, जिसने कांटेदार तार को काट दिया, जिससे सभी बांग्लादेशी नागरिक इसके माध्यम से पार कर सके और चारों ओर एक ऊंचे स्थान पर पहुंच गए.

इसके बाद वे सभी 11 फुट ऊंची दीवार फांद गए. रंजीत ने सभी को अपने कंधों पर उठा लिया, जिससे वे दीवार की ऊंचाई तक पहुंच गए, जहां से वे सुरक्षित रूप से दूसरी तरफ कूद गए और उन्हें पता नहीं चला. सूत्रों के अनुसार, उनमें से एक दीवार फांदने की प्रक्रिया के दौरान गर्भवती बांग्लादेशी महिला का गर्भपात हो गया, जिससे गंभीर रक्तस्राव हुआ. सभी 11 बांग्लादेशी आईसीपी में छिपे रहे, लेकिन दोपहर करीब 2 बजे बीएसएफ ने उनका पता लगा लिया और उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया.
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Tags: Bangladesh, BSF, Punjab news
FIRST PUBLISHED : October 13, 2023, 12:18 IST
